Hindi kavitayein

  • बिखरे पल

    बिखरे पल

    प्यार का इज़हार ज़रा मुश्किल था, उसपर तेरा इकरार जैसे नामुमकिन था, किया जो तुने इकरार लगा कोई सपना था, क्यूँ दिखाया मुझे सपना जब मेरा दिल ही तोडना था. दिल टुटा तो क्या हुआ, टूटने की अवाकाज़ तो उसने भी सुनी होगी, दर्द दिया तो क्या हुआ, आवाज़ तो उसने भी हमें लगायी होगी.… Continue reading

  • निर्भया

    निर्भया

    ज़िन्दगी के लव्जों से अधूरी कहानी लिखती हूँ, अंतर्मन की किरणों से रौशनी करती हूँ, झंझोरा गया है मेरी आत्मा को, फिर भी उठने की जग्दोजेहेद करती हूँ। इस कदर कुचल दिया गया है मुझे, भरी महफ़िल रुसवा किया गया है मुझे, कहने को दामिनी, निर्भया कहते हैं मुझे, पर भय से भयंकर मंजर दिखाया… Continue reading

  • असमंजस

    असमंजस

    क्या लिखू क्या न लिखू पता नहीं, हम उन्हें याद नहीं ये भी तो गिला नहीं, वक़्त की लौ में जले जा रहे हैं, जल से दुश्मनी करे जा रहे हैं। खुदा भी बुत बना देख रहा है, झोली जो फैलाई तो हंस रहा है, मुस्कान की एक झलक के लिए तरस रहे हैं, हम तो… Continue reading

  • सपने

    सपने

    दादी की सुनाई हुयी वो सपनो की कहानी, चंदा मामा की लोरी वो माँ की ज़ुबानी, बंद आंखें कर सपनो के बादलों को चेहरे पे महसूस करना, अकेली रातों में चाँद से अपनी ख्वाहिश ज़ाहिर करना, जैसे सब कुछ हमसे कहीं छुट गया, जैसे कोई अपना हमसे रूठ गया। निडर अपनी रह पर चले जा… Continue reading

  • उड़ान

    उड़ान

    चहकती खिल-खिलती लहरे जब साहिल को चूमती हैं, तब मुस्कुराती हवाएँ भी अपने साज़ गुनगुनाती हैं, बदलते मौसम में ऋतु भी कुछ झूम के कहती हैं, तब सौंधी मिट्टी की खुशबू भी एक रिश्ता कायम करती हैं, गरजते मेघ दिल धड़का जाते हैं, बेगानों को अपना बना जाते हैं, दूरियाँ अब कम सी होती लगती… Continue reading

  • Pratibimb

    Pratibimb

    Waqt ki is justuju mein beh rahi hu, Apne armano se samjhota kar rahi hu, Antar aatma sawaal-jawab karti hai, Usse bhi behla-fusla rahi hun. Aansun to ons ki bund se baras jate hain, Ek anchaha sailab zindagi mein le aate hain, Bund-bund samunder banata hai, To aansun har ek pal ka hisab de jata… Continue reading