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Shayari
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खनक
वक़्त की गिरफ्त में जब कुछ आँधियां घिर जाती हैं, महकती गलियां भी जब खिलखिलाते फूलों को याद करती हैं, शांत सवेरे जब सन्नाटों कि गूँज में बदल जाते हैं, तब कहीं, दिल टूटने की खनक दबा दी जाती है| Continue reading
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बदमाश धड़कनें
ऐ दिल! कुछ पल हमसे भी रूबरू हुआ करो, बेचैन घड़ियों में साथ दिया करो, तेरी बदमाश धड़कनें गुदगुदी किया करती हैं, मेरे चंचल मन को सपने दिखाया करती हैं| Inspired from The Daily Post Continue reading
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साथ
खाली हथेली में, ज़हन कि गिरफत में, तेरा हाथ ढूंढते हैं, बस वो एक साथ ढूंढते हैं || Inspired from Today’s Daily Prompt Continue reading
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बेबाक नज़रें
तेरी बेबाक नज़रें जब शर्म में लिपटी मेरी आँखों से गुफ्तगू करती हैं, तब हमारी कहानी सोच के काँधे पर सवार, चाँदनी कि सैर करने निकलती है| 🙂 Inspired from Today’s Daily Post Prompt Continue reading