‘नादान दिल’: Story Of Heart (Transcription in Hindi)
किसी ने दस्तक दी दिल को,
नादान आहट से ही डर गया,
खुला जो दरवाज़ा दिल का,
तो अपने आपको सौंप गया|
बंद दीवारों में ख़ुशी की लहर उठी,
आज़ादी की साँस आज फिर उसने ली,
बोला, आज फिर मोहब्बत करने का मन करता है,
झूम कर फिर इश्क़ बयां करने का मन करता है|
बाहों में झूलते हुए खुद को भुला बैठा,
किसी की आशिकी में अपना वजूद मिटा बैठा,
अपनेआप को सौंप कर उसे अपना मान बैठा,
कल्पना में उसके साथ अपना घर बना बैठा|
पर मेहमान तो आखिर मेहमान होता है,
दो दिन की ख़ुशी बांटकर अपने घर चल देता है,
नादान दिल आज फिर अकेला बैठा है,
दस्तक के इंतज़ार में,
आज फिर किसी मेहमान की राह देख रहा है|
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Background Music Credit: “Gymnopedie No. 1” Kevin MacLeod (incompetech.com) Licensed under Creative Commons: By Attribution 3.0 http://creativecommons.org/licenses/by/3.0/
Image credit: Pixabay
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