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मित्र

मित्र

अतीत के पन्नों पर कुछ लोग मिलते हैं,
ज़िन्दगी के पथ पर साथ वो चलते हैं,
दो दिलों के मिलन के साक्षी बनते हैं,
सपने अक्सर उनके आँचल में ही पनपते हैं|
श्यामें गुज़र जाया करती हैं चांदनी के इंतज़ार में,
दिल टूट जाया करते हैं अक्सर प्यार में,
शिख्वा मोहब्बत से नहीं दोस्ती के परवानो से है,
अपनी सोच दोस्ती पर थोपने वाले मित्रों से है||

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