तेरी बेबाक नज़रें जब शर्म में लिपटी मेरी आँखों से गुफ्तगू करती हैं,
तब हमारी कहानी सोच के काँधे पर सवार, चाँदनी कि सैर करने निकलती है| 🙂
Inspired from Today’s Daily Post Prompt
तेरी बेबाक नज़रें जब शर्म में लिपटी मेरी आँखों से गुफ्तगू करती हैं,
तब हमारी कहानी सोच के काँधे पर सवार, चाँदनी कि सैर करने निकलती है| 🙂
Inspired from Today’s Daily Post Prompt
very interesting
Thank you, Ved! 🙂
AAP INDIA SE HO KYA
जी| मैं India से हूँ| 🙂
Behtareen
Thank you! 🙂
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