पन्नो पर बिखरी कुछ ज़िन्दगी
शोर और गुफ्तगू सब मिट से जाते हैं,
धुंधली पड़ जाती है ज़िंदा तसवीरें,
ख्यालों कि आँधी जब कुछ करवट लेती है,
कवि कि ज़िन्दगी तब कुछ पन्नो पर बिखरती है |
‘हम’ बने होंगे

Here comes Vaidus with her new Hindi Poem, ‘हम’ बने होंगे’. This is a romantic poem reflecting the ups and downs of a relationship.
गुस्ताख़ी
वक़्त-ए-रफ़्तार को थामने की गुस्ताख़ी किस्मत ने क्या की,
कि अंजाम के रूबरू होने से पहले ही मंज़िल बदल दी |
खनक
वक़्त की गिरफ्त में जब कुछ आँधियां घिर जाती हैं,
महकती गलियां भी जब खिलखिलाते फूलों को याद करती हैं,
शांत सवेरे जब सन्नाटों कि गूँज में बदल जाते हैं,
तब कहीं, दिल टूटने की खनक दबा दी जाती है|
सच जलता है!
Transcription: ‘सच जलता है’
वक़्त कि नाराज़गी हँसती है मुझपर,
शरारती नज़रों से छल करती है अक्सर,
सचाई को नज़रअंदाज़ यूँ ही कर देती है वो,
‘पगली कहकर’, सच का साथ छोड़ देती है वो|
लड़ती-झगड़ती हूँ मैं उसकी इस आदत से,
हठ भी करती हूँ झूठ की दीवारों से,
हार मैं माना करती नहीं,
पर हाँ, थक जाती हूँ इस ज़िद्दी सफर में|
चलते-चलते रुक जाती हूँ झूठ के पथ पर,
फिर साँस गहरी लेती हूँ सच की ज़मीन पर,
खड़ी तो हो जाती हूँ झूठ को झेलने के लिए,
पर चलती हूँ मैं, धीमी गति से फिर अक्सर|
इन रास्तों में झूठ छूट जाते हैं पीछे,
कुछ पल हँसकर वो भी हार जाते हैं सच से,
वक़्त लगता है सच को परवान चढ़ने के लिए,
सच अक्सर जलता है हीरा बनने के लिए|
यदि आप भी कलाकार है और अपनी कला को Vaidus World के माध्यम से दुनिया के सामने लाना चाहते हैं तो मुझे इस पते पर लिखें: bolo@vaidusworld.com|आप मुझे Facebook page द्वारा भी संपर्क कर सकते हैं| मुझे आपका Creative Buddy बनने में ख़ुशी होगी| मेरे Creative Buddies के लेख व कला आप इस लिंक द्वारा देख सकते हैं |
Background Music Credit: There is Romance Kevin MacLeod (incompetech.com)
Licensed under Creative Commons: By Attribution 3.0 License
http://creativecommons.org/licenses/by/3.0/