शोर और गुफ्तगू सब मिट से जाते हैं,
धुंधली पड़ जाती है ज़िंदा तसवीरें,
ख्यालों कि आँधी जब कुछ करवट लेती है,
कवि कि ज़िन्दगी तब कुछ पन्नो पर बिखरती है |
‘हम’ बने होंगे

Here comes Vaidus with her new Hindi Poem, ‘हम’ बने होंगे’. This is a romantic poem reflecting the ups and downs of a relationship.
खनक
वक़्त की गिरफ्त में जब कुछ आँधियां घिर जाती हैं,
महकती गलियां भी जब खिलखिलाते फूलों को याद करती हैं,
शांत सवेरे जब सन्नाटों कि गूँज में बदल जाते हैं,
तब कहीं, दिल टूटने की खनक दबा दी जाती है|
बदमाश धड़कनें
ऐ दिल! कुछ पल हमसे भी रूबरू हुआ करो,
बेचैन घड़ियों में साथ दिया करो,
तेरी बदमाश धड़कनें गुदगुदी किया करती हैं,
मेरे चंचल मन को सपने दिखाया करती हैं|
Inspired from The Daily Post
अनाड़ी सी मैं
बेहाल फ़िज़ूल बेख़ौफ़ अनाड़ी सी थी मैं,
पैमाने से छलकी सुरासार सी थी मैं| 🙂
आगमन… कुछ सवालों का!

उम्मीदें तुम्हारी खुलकर बयाँ करो, नई ज़िन्दगी के पट को खोला करो, सफर साथ तय करना है हमें, हर कदम साथ चलना है हमें| मन की छवि आँखों में दिखने दो, अपनी तमन्नाओं को ज़रा पँख तो लगने दो, आओ आज दो पल साथ चलकर देख लें, यादों के सफर का आगमन तो कर लें| तेरी…